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पक्षी कंकड़ पत्थर क्यों खाते हैं, Why do birds eat pebbles?

 

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पक्षी कंकड़ पत्थर क्यों खाते हैं 

भूमिका :- पक्षी कंकड़ पत्थर क्यों खाते हैं, Why do birds eat pebbles?

पक्षी सार के माध्यम से आप का स्वागत परिंदो की खूबसूरत दुनिया में, 

बात करते एक बेहद रोचक टॉपिक की, "पक्षी कंकड़ पत्थर क्यों खाते हैं" 

चलिए जानते है 

जब हम पक्षियों को उड़ते हुए देखते हैं या उनकी खूबसूरती को निहारते है  

तो शायद ही हमें यह ख्याल आता होगा कि यह छोटे-छोटे जीव कंकड़ 

और पत्थर भी खाते हैं यह व्यवहार सामान्यतः अजीब सा लगता है लेकिन 

इसके पीछे वैज्ञानिक कारण छुपे हुए हैं पक्षी अपने पाचन तंत्र को बेहतर 

तरीके से काम करने के लिए कंकड़ पत्थर का सेवन करते हैं इस लेख में 

हम जाने की पक्षी कंकड़ पत्थर क्यों खाते हैं और इसका उनके जीवन में 

क्या महत्व है

    पक्षियों का पाचन तंत्र

    पक्षियों का पाचन तंत्र इंसानों या अन्य जानवरों से काफी अलग होता है 

    उनके पास एक विशेष अंग होता है जिसे विजार्ड कहते हैं जो उनके पाचन 

    में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है


    पक्षियों का गिजार्ड और उसका महत्व


    पक्षियों का विजार्ड एक मजबूत मांसपेशीय थैली होती है जो पक्षियों के पेट 

    के अंदर स्थित होती है पक्षी अपने भोजन को चबाते नहीं है बल्कि सीधे ही 

    निगल जाते है इसीलिए इनका गिजार्ड पाचन करता है इसमें कठोर 

    मांसपेशियां होती है जो भोजन को पीसने का काम करती हैं और इस 

    प्रक्रिया में कंकर पत्थर मदद करते हैं


    कंकड़ पत्थरों का सेवन और इनका उद्देश्य क्या है

    पक्षी कंकड़ पत्थर इसीलिए खाते हैं क्योंकि उनके पास दांत नहीं होते 

    कंकड़ पत्थर गिजार्ट में पहुंचकर भोजन को पीसने में मदद करते हैं जब 

    पक्षी बीज, अनाज या अन्य कठोर खाद्य पदार्थ या मेवे खाते हैं तो उन्हें 

    पचाने के लिए इस प्रक्रिया में आवश्यकता होती है कंकर पत्थरों की


    birds


    पक्षियों के गिजार्ट और कंकर पत्रों का आपसी संबंध

    पक्षियों के गीजार्ड में मौजूद कंकड़ पत्थर भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में 

    तोड़ने का काम करते हैं यह प्रक्रिया कुछ-कुछ वैसे ही होती है जैसे हम 

    अपने दांतों काभोजन को चबाने के लिए इस्तेमाल करते हैं इसीलिए कंकड़ 

    पत्थर पक्षियों के पाचन तंत्र का एक अभिन्न हिस्सा बन जाते हैं


    अंडे देने वाले पक्षियों के लिए कंकड़ पत्थर

    अंडे देने वाले पक्षियों के लिए कंकड़ पत्थर बहुत आवयश्क है 

    क्योंकि अंडे देनेअंडे देने वाले पक्षियों को कैल्शियम की अधिक जरूरत


    होती है इसीलिए आपूर्ति करने के लिए इनके खाने में कंकर पत्थर होना


    आवश्यक है लेयर पोल्ट्री फार्मिंग यानी मुर्गियों को अंडे हासिल करने के


    लिए जहां पर पाला जाता है वहां मुर्गियों के खाने में कंकर पत्थर नियमित


    रूप से दिया जाता है जिससे कैल्शियम की पूर्ति होती रहे क्योंकि अंडे के


    ऊपर वाला जो पार्ट है वो पार्ट या हार्ड कवर वह कैल्शियम से निर्मित होता


    है इसीलिए अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है



    कंकड़ पत्थर खाने वाले पक्षियों की कुछ प्रमुख प्रजातियां

    विभिन्न प्रकार के पक्षी कंकड़ पत्थर कहते हैं खासकर वह जो कठोर खाद्य 

    पदार्थ कहते हैं कुछ प्रमुख प्रजातियां निम्न है


    कबूतर 

    कबूतर नियमित रूप से कंकड़ पत्थर का सेवन करते हैं क्योंकि 

    वह अक्सर कठोर अनाज और बीज कंकड़ खाते हैं


    मुर्गी 

    मुर्गियां भी अपने भोजन में पचाने के लिए कंकड़ पत्थर खाती हैं जो उनके 

    गिजार्ड में जाकर भोजन को पीसने में मदद करते है 


    बत्तख 

    बत्तख जलीय जीव है जो छोटे पौधों के साथ-साथ कंकड़ पत्थर भी 

    निकालते हैं ताकि उनका भोजन सही तरीके से चल सके


    टर्की  

    टर्की भी कंकड़ पत्थर खाने वाली प्रजातियों में से एक है जो अपने भोजन 

    को कुशलता पूर्वक पचाने के लिए गिजार्ड पर निर्भर रहते हैं 


    तीतर और बटेर 

    पक्षियों की जंगली प्रजातिया भी जैसे तीतर, बटेर आदि भोजन को पचाने 

    और स्वस्थ अच्छा रखने के लिए कंकड़ पत्थरका सेवन करते है 


    शुतुरमुर्ग 

    शुतुरमुर्ग एक से डेढ़ किलो तक पत्थर खाजाते हैं और अपने गिजार्ट में 

    रखते हैं जिससे भोजन को आसानी से पीसकर पचाया जा सके

    इनके आलावा पक्षियों की बहुत सी प्रजातिया कंकड़ पत्थर खाती है 


    कंकड़ पत्थरों के आकार प्रकार 

    कंकड़ पत्थर छोटे से लेकर मीडियम आकार के हो सकते हैं पक्षी आकार 

    में उपयुक्त पत्थर चुनते हैं ताकि उन्हें पचाने में कोई दिक्कत ना हो सामान्य 

    रूप से पत्थरों का आकार आमतौर पर 1 से 2 MM  से लेकर 5 MM  तक 

    हो सकता है जो पक्षियों की प्रजाति और आकर पर निर्भर करता है बड़े 

    पक्षी बड़े पत्थर चुनना पसंद करते हैं


    कंकड़ पत्थर के बिना पाचन और समस्याएं

    यदि किसी पक्षी के पास कंकड़ पत्थर ना हो तो उसका गिजार्ड भोजन को 

    सही से पाचन नहीं कर पाएगा जिससे पाचन समस्या उत्पन्न हो सकती है 

    इससे पक्षियों के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है


    पक्षियों के द्वारा पत्थरों को चुनने की प्रक्रिया 

    पक्षी कंकड़ पत्थर को कैसे चुनते हैं यह सवाल अक्सर उठता है पक्षी अपने 

    अनुभव और प्राकृतिक चयन के माध्यम से सही आकार और बनावट के 

    कंकड़ पत्थर का चयन करते हैं वह ऐसे पत्थर चुनते हैं जो ना तो बहुत बड़े 

    होते हैं और ना ही बहुत छोटे ताकि उनका गिजार्ड प्रभावी रूप से काम 

    कर सके


    पक्षी और कंकड़ पत्थर का सेवन  

    सभी पक्षी कंकड़ पत्थर नहीं खाते मुख्य रूप से वे पक्षी कंकड़ पत्थर कहते 

    हैं जो कठोर अनाज और बीज या मेवे पर निर्भर रहते हैं मांसाहारी पक्षी या 

    अन्य प्रकार के भोजन करने वाले पक्षीयो को इसकी आवश्यकता नहीं 

    पड़ती


    समुद्री पक्षी और कंकड़ पत्थर का सेवन 

    समुद्री पक्षी जो अधिकतर मछली और जलीय जीवों पर निर्भर होते हैं उन्हें 

    कंकड़ पत्थर खाने की उतनी आवश्यकता नहीं होती उनका पाचन तंत्र 

    अलग तरीके से काम करता है


    घरेलू पक्षियों को कंकड़ पत्थर की आवश्यकता 

    घरेलू पक्षियों को जैसे मुर्गियों को कंकड़ पत्थर खिलाना अत्यंत आवश्यक 

    होता है यह उनके पाचन तंत्र को संतुलित रखने में मदद करता है और उन्हें 

    सही से पोषक तत्व मिलते हैं


    विज्ञान की रोशनी में कंकर पत्थरों की आवश्यकता 

    पक्षियों द्वारा कंकर कंकड़ पत्थर का सेवन कई वैज्ञानिक अध्ययनों का 

    विषय रहा है यह देखा गया है कि कंकड़ पत्थर न केवल पाचन में मदद 

    करते हैं बल्कि यह पक्षियों के समग्र स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं 

    इससे कई सारे कैल्शियम और मिनरल्स की पूर्ति होती है


    पक्षियों का प्राकृतिक व्यवहार और कंकड़ पत्थर 

    कंकड़ पत्थर खाना पक्षियों का एक प्राकृतिक व्यवहार है जो पीढ़ी दर पीढ़ी 

    सदियों  से चला आ रहा है यह व्यवहार उन्हें जंगलों में जीवित रहने में 

    मदद करता है जहां उन्हें विभिन्न प्रकार के कठोर खाद्य पदार्थों का सेवन 

    करना पड़ता है


    Conclusion (सार या निष्कर्ष)  

    कंकड़ पत्थर खाना पक्षियों के लिए एक आवश्यक प्रक्रिया है यह उनके 

    पाचन तंत्र के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है खासकर गिजार्ड के 

    माध्यम से पक्षी अपने प्राकृतिक ज्ञान के आधार पर सही प्रकार और आकर 

    के पत्थर चुनते हैं जो उन्हें भोजन को बेहतर ढंग से पचने में मदद करते हैं 

    चाहे वह जंगली पक्षी हो या घरेलू कंकड़ पत्थर का सेवन उनके स्वास्थ्य 

    और पाचन के लिए अत्यंत आवश्यक है


    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs 


    Qs. क्या सभी पक्षी कंकड़ पत्थर कहते हैं

    Ans.  सभी पक्षी कंकड़ पत्थर नहीं खाते विशेष रूप से अनाज और बीच 

             खाने वाले पक्षी इसका सेवन करते हैं


    Qs. कंकड़ पत्थर पक्षियों के पाचन में कैसे मदद करते हैं 

    Ans.कंकड़ पत्थर पक्षियों के गिजार्ट में जाकर भोजन को पीसते हैं जिससे 

             उनका पाचन बेहतर होता है


    Qs.क्या समुद्री पक्षी भी कंकड़ पत्थर खाते हैं 

    Ans.समुद्री पक्षियों को आमतौर पर कंकड़ पत्थर खाने की आवश्यकता 

       नहीं होती क्योंकि उनका भोजन और पाचन तंत्र अलग प्रकार का होता है


    Qs.क्या घरेलू मुर्गियों या पक्षियों को कंकड़ पत्थर खिलना जरूरी है 

    Ans.जी हां घरेलू मुर्गियों या पक्षियों को कंकड़ पत्थर खिलाना उनके पाचन 

    और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है


    Qs.पक्षी पत्थरों का चुनाव कैसे करते हैं 

    Ans.पक्षी अपने प्राकृतिक ज्ञान और अनुभव के आधार पर सही 

    आकार और प्रकार के या बनावट के पत्थर चुनते हैं जो उनके पाचन

     में मदद करते हैं


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